
झारखंड के शिक्षा मंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के वरिष्ठ नेता रामदास सोरेन का 15 अगस्त को दिल्ली के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 62 वर्ष के थे।
2 अगस्त को बाथरूम में फिसलकर गिरने से उनके सिर में गंभीर चोट लगी थी, जिसके बाद उन्हें पहले जमशेदपुर और फिर एयरलिफ्ट कर दिल्ली लाया गया। डॉक्टरों ने उन्हें कुछ दिन पहले ब्रेन डेड घोषित कर दिया था।
रामदास सोरेन कोल्हान क्षेत्र से विधायक थे और पार्टी में वरिष्ठ पदों पर कार्यरत रहे। झामुमो के राष्ट्रीय प्रवक्ता कुणाल सारंगी ने बताया कि वह शुरुआत से ही गंभीर हालत में जीवन रक्षक प्रणाली पर थे।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा – “ऐसे छोड़ कर नहीं जाना था रामदास दा… अंतिम जोहार दादा…”। कुछ दिनों पहले ही सीएम के पिता और झामुमो के संस्थापक शिबू सोरेन का भी निधन हुआ था।