गो-तस्करी केवल एक गैरकानूनी गतिविधि नहीं, बल्कि सामाजिक व सांस्कृतिक आस्था पर सीधा प्रहार है

कतरास : विश्व हिंदू परिषद के गोरक्षा विभाग की दो दिवसीय प्रांतीय कार्यकारिणी बैठक श्री गंगा गौशाला कतरास में आयोजित हुआ. जिसमें गोरक्षा से संबंधित मुद्दे जैसे गौहत्या पर पूर्ण प्रतिबंध, गौ रक्षा, गौ सेवा, गौशालाओं की स्थिति और सुधार, गोरक्षा जागरूकता अभियान, गोरक्षा कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण, सरकारी सहयोग और नीतियाँ, विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई.झारखंड प्रांतीय के अध्यक्ष चंद्रकांत रामपथ ने बताया कि देश में गो-तस्करी की घटनाएं लगातार चिंता का विषय बनी हुई हैं। गोरक्षा के लिए काम कर रहे संगठनों और प्रशासनिक इकाइयों द्वारा इस पर लगाम लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में विश्व हिंदू परिषद के गोरक्षा विभाग ने गो-तस्करी पर रोक लगाने के लिए एक अहम जिम्मेदारी ली है, हमारे साथी कई हद तक सफल भी होते हैं,उन्होंने आगे कहा कि केंद्र सरकार से एक सख्त और प्रभावी राष्ट्रीय कानून बनाने की मांग हम सब बहुत पहले से कर रहे हैं. जिससे गो-तस्करी को रोकने में कानूनी मजबूती मिल सके। गो-तस्करी केवल एक गैरकानूनी गतिविधि नहीं, बल्कि सामाजिक व सांस्कृतिक आस्था पर सीधा प्रहार है, इसे रोकना केवल सरकार की नहीं, समाज की भी सामूहिक जिम्मेदारी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!