
दिशोम गुरू शिबू सोरेन ने दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में आखिरी सांस ली. उनका इलाज दिल्ली में चल रहा था। शिबू सोरेन किडनी इंफेक्शन से जूझ रहे थे। उनको ब्रोंकाइटिस भी डिटेक्ट हुआ था।
हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन व बसंत सोरेन दिल्ली में मौजूद हैं.
गौरतलब हो कि शिबू सोरेन की झारखंड अलग राज्य के आंदोलन में अहम भूमिका रही है. अलग राज्य बनने के बाद वे तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री भी रहे. उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा की स्थापना की थी. वर्तमान में वे पार्टी के संरक्षक की भूमिका में थे. वे सात बार लोकसभा के सांसद भी चुने गए. 2004 में वे मनमोहन सिंह सरकार में केंद्रीय कोयला मंत्री भी रहे.