कतरास में मां अंबे माइनिंग कंपनी की लापरवाही से 6 मजदूरों की मौत की आशंका

कतरास में मां अंबे माइनिंग कंपनी की लापरवाही से 6 मजदूरों की मौत की आशंका

धनबाद। कतरास क्षेत्र शुक्रवार की सुबह दो भयावह हादसों से दहल उठा। बाघमारा अनुमंडल के रामकनाली ओपी क्षेत्र में अचानक हुए भू-धंसान से आधा दर्जन घर जमीन में धंस गए। इस हादसे में चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए और एक दर्जन से अधिक मवेशी दबकर मर गए।

साथ ही, मुंडा धौड़ा पैच में अंबे माइनिंग की सर्विस वैन लगभग 400 फीट गहरी खाई में जा गिरी। इसमें सवार सात मजदूरों में से एक की मौत हो गई कई के दबे होने के आशंका है और छह अभी तक लापता हैं। भू-धंसान के कारण चार घर और एक खटाल पूरी तरह जमींदोज हो गए, जिससे इलाके में अफरातफरी का माहौल है।

हादसे का कारण: सुरक्षा इंतज़ाम पूरी तरह नदारद

स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि प्रबंधक राणा चौधरी के नेतृत्व में मां अंबे माइनिंग कंपनी ने सुरक्षा मानकों की पूरी तरह अनदेखी की।

• खदान क्षेत्रों और गांवों के बीच बाउंड्री वॉल और सुरक्षा फेंसिंग नहीं बनाई गई।

• घरों और गांव के पास से भारी वाहनों का मार्ग नहीं टाला गया।

• अम्बे माइनिंग कंपनी के प्रबंधक राणा चौधरी कई प्रोजेक्ट का संचालन करते हैं, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर लापरवाही बरतते हैं। बताया गया कि प्रोजेक्ट क्षेत्र में चारों तरफ सुरक्षा कर्मी तैनात नहीं किए गए हैं।

• सड़क पर स्पीड लिमिट, साइन बोर्ड और स्पीड ब्रेकर नहीं लगाए गए।

• कंपनी ने इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम नहीं रखी।

• हादसे के समय एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड और मेडिकल टीम तुरंत उपलब्ध नहीं थीं।

• आसपास के ग्रामीणों को सुरक्षा जागरूकता नहीं दी गई।

• इन सभी लापरवाहियों के कारण ही यह दर्दनाक हादसा हुआ।

बचाव कार्य और प्रशासनिक प्रतिक्रिया

घटना की सूचना मिलते ही बीसीसीएल प्रबंधन ने तत्काल राहत अभियान शुरू किया। पेलोडर मशीन की मदद से सर्विस वैन को खाई से बाहर निकाल लिया गया, लेकिन लापता मजदूरों का अभी तक कोई पता नहीं चला।

एनडीआरएफ की टीम शवों को निकालने और घायलों को सुरक्षित बचाने में जुटी हुई है। कतरास थाना, रामकनाली ओपी, तेतुलमारी थाना प्रभारी अंगारपथरा ओपी की पुलिस और CISF के जवान स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास कर रहे हैं।

अधिकारियों की उपस्थिति

एसडीएम राजेश कुमार, सीओ गिरजानांद किस्कू, जीएम राजकुमार अग्रवाल, डीजीएमएस के डायरेक्टर बाल कृष्णन, जीएम सेफ्टी संजय सिंह, सुधाकर प्रसाद, अरुण कुमार, कार्मिक प्रबंधन प्रशासन सुरेंद्र भूषण, एरिया पांच के चिकित्सा पदाधिकारी डा जेपी राय, और कोलयारी मैनेजर जयंत कुमार समेत कई अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।

साथ ही, धनबाद सांसद ढुलु महतो भी जायजा लेने घटनास्थल पहुंचे। मुनिडीह से छः सदस्यीय गौताखोरों की टीम भी शवों और लापता मजदूरों की खोज में जुटी हुई है।

भू-धंसान से दहशत और ग्रामीणों का आक्रोश

हादसे के चार घंटे बाद भी राणा चौधरी मौके पर नहीं पहुंचे, जिससे ग्रामीणों और मृतक परिवारों का गुस्सा बढ़ गया। रामकनाली ओपी क्षेत्र में भू-धंसान के बाद लोग दहशत में हैं और लगातार यह डर व्यक्त कर रहे हैं कि आसपास और भी घर जमीन में धंस सकते हैं। प्रभावित परिवारों के सामने अब घर-बार और आजीविका का संकट खड़ा हो गया है।

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