खोरठा-कुरमाली को पाठ्यक्रम में जगह मिलने से क्षेत्रीय संस्कृति को मजबूती – आकाश प्रामाणिक

खोरठा-कुरमाली को पाठ्यक्रम में जगह मिलने से क्षेत्रीय संस्कृति को मजबूती – आकाश प्रामाणिक



धनबाद : बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय (BBMKU) के कुलपति महोदय द्वारा कतरास कॉलेज में स्थानीय भाषाओं खोरठा और कुरमाली को स्थान दिए जाने का निर्णय एनएसयूआई छात्र नेता आकाश प्रामाणिक ने स्वागत योग्य बताया। उनका कहना है कि यह कदम कोयलांचल क्षेत्र की सांस्कृतिक और भाषाई पहचान को सशक्त बनाने वाला है।

हालांकि, बाघमारा विधानसभा क्षेत्र के छात्रों के सामने अभी भी गंभीर समस्या बरकरार है। यहाँ केवल एक सरकारी महाविद्यालय है, जहाँ तकरीबन 30 किलोमीटर दूर-दराज़ से छात्र-छात्राएँ पढ़ने आते हैं। लंबी दूरी और सीमित संसाधनों के कारण विशेषकर बेटियाँ उच्च शिक्षा से वंचित रह जाती हैं।

इसके साथ ही महाविद्यालय के Arts फैकल्टी में सीटों में कटौती होने से समस्या और बढ़ गई है। इस बारे में आकाश प्रामाणिक ने कहा, “हम विश्वविद्यालय प्रशासन और संबंधित विभाग से आग्रह करते हैं कि Arts फैकल्टी में अधिक सीटें उपलब्ध कराई जाएँ, ताकि हमारे क्षेत्र की बेटियाँ भी उच्च शिक्षा से वंचित न हों।

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